संयुक्त राष्ट्र में  क्या बोला Israel? जानें युद्ध से जुड़ी 10 बड़ी बातें

यूनाइटेड नेशन में ईरान के राजदूत ने कहा कि उनके देश ने इजरायल की ओर से किए गए हमलों के जवाब में आत्मरक्षा के तौर पर हमले का इस्तेमाल किया है.

वहीं इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया कि ईरान पर सभी जरूरी प्रतिबंध लगाए जाएं.

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधि ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान पर अब आगे हमला किया जाता है

तो इसका परिणाम काफी खतरनाक होगा. अब ईरान की ओर से इस मामले को पूरी तरह से खत्म माना जाए.

एक उच्च अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि “राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि

वाशिंगटन ईरान के खिलाफ किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करेगा. इसके लिए इजरायल का समर्थन भी नहीं किया जाएगा.”

इजरायली सेना ने कहा कि ईरान की ओर से किए गए हमले का जवाब देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य सहयोगियों के साथ एक अलायंस बनाया है.

IDF प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक बयान में ये भी बताया कि “हमने मिलकर ईरान के हमले को विफल कर दिया.

होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा- तेहरान ने पड़ोसी राज्यों के लिए 72 घंटे की अधिसूचना अवधि के बाद, हमले से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका को अग्रिम सूचना दी थी.

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच कहा कि इसका हल कूटनीति के जरिए निकाला जाना चाहिए. विदेश

मंत्री ने कहा, “”हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं.

हम उभरती स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं… यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे.”

इजरायल पर हुए हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने रविवार को सुरक्षा परिषद के समक्ष बोलते हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी.

उन्होंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष को और आगे न बढ़ाए. दुनिया अब एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती है.