साल 2025 की पहली 'Mann Ki Baat' में PM मोदी ने क्या-क्या कहा? यहां जानें 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज साल 2025 के मन की बात के पहले एपिसोड को संबोधित किया. 

पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि यह साल गणतंत्र दिवस का 75वां वर्षगांठ है यानि इस बार गणतंत्र दिवस पर संविधान लागू होने के 75 साल पूरे हो रहे हैं.

पीएम मोदी ने संविधान निर्माताओं को याद करते हुए कहा कि संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्व को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया.

पीएम मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि अंबेडकर ने परस्पर सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण बात कही थी, जो अंग्रेजी में है. जिसके बाद एपिसोड में बाबा साहेब की स्पीच का एक अंश प्ले किया गया.

प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस के पहले (25 जनवरी) को आने वाला राष्ट्रीय मतदाता दिवस के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह दिन इसलिए भी अहम है क्योंकि इस दिन भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी.

महाकुंभ पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का श्री गणेश हो चुका है. कुंभ का यह उत्सव विविधता में एकता का उत्सव मनाता है. हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव और जातिवाद नहीं है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि 23 जनवरी यानि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म-जयंती को अब हम ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाते हैं. उनके शौर्य से जुड़ी इस गाथा में भी उनके पराक्रम की झलक मिलती है.

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के गंगा सागर मेले का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा, “कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में ‘गंगा सागर’ मेले का भी विहंगम आयोजन हुआ है. 

पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, 2025 की शुरुआत में ही भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं. 

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “कुछ दिन पहले हमारे वैज्ञानिकों ने स्पेस सेक्टर में ही एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की. हमारे वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट की स्पेस डॉकिंग कराई है. 

पीएम मोदी ने अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग की तकनीकों को लेकर भारत के वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स और युवा उद्यमियों की तारीफ करते हुए कहा कि आईआईटी मद्रास का ‘एक्सटेम’ केंद्र अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग के लिए नई तकनीकों पर काम कर रहा है.