Congo Virus क्या है, जिसने बकरीद से पहले PAK में मचाया कोहराम, कितना जानलेवा है यह?

ईद उल अजहा की तैयारी दुनियाभर में हो रही है. लेकिन बकरीद से पहले पाकिस्तान पर एक खतरनाक वायरस के चपेट में खतरा बना हुआ है

इस खतरनाक बीमारी का नाम है क्रीमियन-कांगो रक्तस्रावी बुखार (Crimean-Congo hemorrhagic fever). इसे कांगो वायरस (Congo Virus) भी कहा जाता है.

CCFH एक वायरल बुखार है जो टिक्स (मकड़ियों से संबंधित) के नायरोवायरस द्वारा होता है. पिछले साल भी पाकिस्तान में कांगो वायरस का प्रकोप देखा गया था. 

2023 में पाकिस्तान में इस बुखार के 101 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से एक-चौथाई लोगों की मौत हो गई. फिलहाल इस बीमारी का कोई इलाज और वैक्सीन नहीं है.

CCHF एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य खतरा माना जाता है. एशिया, अफ्रीका, यूरोप और मध्य पूर्व में इसके मामले रिपोर्ट किए गए हैं.

कांगो वायरस पशुओं की चमड़ी से चिपके रहने वाले हिमोरल नाम के टिक्स (परजीवी) से इंसानों में फैलता है.

टिक्स के काटने या संक्रमित जानवर के खून के संपर्क में आने से यह वायरस इंसानों में फैल सकता है. भेड़ और बकरियों से यह वायरस तेजी से फैलता है. 

जारी एडवाइजरी के मुताबिक, यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के सीधे संपर्क में आने से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है.

कांगो वायरस के दर्ज मामलों में पाकिस्तान एशिया का चौथा सबसे बड़ा देश है. उससे आगे तुर्की, रूस और ईरान है. 1976 में पाकिस्तान पहली बार CCHF के प्रकोप में आया था

बकरीद से क्या है कांगो वायरस का कनेक्शन? इस्लामाबाद में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने चेताया है कि कांगो वायरस का ईद अल अजहा के मौके पर फैलने का ज्यादा खतरा है.