NEET UG और UGC NET परीक्षा परीक्षा का पर्चा लीक से देशभर में बवाल मचा हुआ है. ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि क्या है ये डार्क वेब जिसके जरिए पेपर लीक होते हैं
सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि डार्क नेट या डार्क वेब इंटरनेट की ऐसी दुनिया है जो सामने दिखती नहीं है लेकिन उसका अस्तित्व है.
इंटरनेट की इस दुनिया में पहुंचना आसान नहीं है, अगर आप Google, Yahoo आदि सर्च इंजन के जरिये डार्क वेब पर जाना चाहेंगे तो आपको इसका पता नहीं चलेगा.
इस डार्क साइड का इस्तेमाल अधिकतर गैर-कानूनी एक्टिविटी के लिए किया जाता है. डार्क वेब पर जाने के लिए आपको इसमें इस्तेमाल होने वाले URL और Extension का पता होना चाहिए.
गूगल पर बाकी साइट्स पर आपको .com, .org and .edu जैसे एक्सटेंशन मिलेंगे, लेकिन डार्कवेब पर .onion जैसे एक्सटेंशन का इस्तेमाल किया जाता है.
इसके एक्सटेंशन में आपको कई सारे लेटर और नंबरों के साथ मिलकर ऐसे शब्द मिलेंगे जिनका इस्तेमाल बहुत कम होता है और उन्हें ढूढ़ना भी काफी मुश्किल है.
अभी आप गूगल पर जो भी सर्च कर रहे हैं या देख रहे हैं इसे सेफ वेब कहा जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट पर जो हम आसानी से देख पा रहे हैं वह पूरे इंटरनेट का सिर्फ 5 प्रतिशत हिस्सा है.
कहा जाता है कि दुनियाभर में गैर-कानूनी काम के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे- फिशिंग, स्कैम, हैकिंग, क्रेडिट कार्ड को बेचना, चोरी, अवैध कंटेंट, अकाउंट हैक करना आदि.
इस वेब में लोगों का चुराया हुआ डेटा मौजूद होता है जिसे इलीगल तरीके डार्क वेब पर बेचा जाता है. वैसे तो डार्क वेब का इस्तेमाल गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इसके कई खतरे होते हैं.