क्या है धार का भोजशाला विवाद? जहां कोर्ट के आदेश पर ASI कर रही सर्वे
मध्य प्रदेश के धार भोजशाला में आज से कड़ी सुरक्षा के बीच पुरातत्व विभाग की 150 विशेषज्ञों की टीम सर्वे की शुरूआत की.
यह टीम भोजशाला में वैज्ञानिक आधार पर सर्वे कर रही है.
सर्वे कितने दिनों तक चलेगा यह फिलहाल तय नहीं हो सका है, लेकिन इंदौर हाई कोर्ट ने इस मामले में छह हफ्ते में एएसआई से सर्वे पूरा कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है.
इधर मुस्लिम पक्ष इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा रहा है.
इस मामले में एएसआई के अपर महानिदेशक प्रोफेसर आलोक त्रिपाठी ने एक पत्र लिखकर इंदौर संभागायुक्त, धार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की थी.
हिंदू समाज द्वारा धार जिले स्थित एसआई द्वारा संरक्षित 11वीं शताब्दी के स्मारक भोजशाला को वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर माना जाता है.
जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमल मौला मस्जिद कहता आया है.
7 अप्रैल 2003 को एएसआई द्वारा यहां एक व्यवस्था बनाई गई थी कि यहां हिंदू मंगलवार को भोजशाला परिसर में पूजा कर सकेंगे
जबकि मुस्लिम शुक्रवार को परिसर में नमाज अदा कर पाएंगे. यही व्यवस्था तब से चली आ रही है. इस मुद्दे पर धार्मिक तनाव कई बार पैदा हुआ है.