Foreign Accent Syndrome: दुनिया की सबसे अजीबोगरीब बीमारी, जिसमें रातो रात बदल जाता बोलने का तरीका
आजकल दुनियाभर में तरह-तरह की अजीबोगरीब बीमारियां फैलने लगी है. जिनपर यकीन करना बड़ा ही मुश्किल होता है.
ऐसे ही अमेरिका के लॉस एंजेलिस शहर से अजीबोगरीब बीमारी का मामला सामने आया है. यहां महिला की आवाज रातों रात बदल गई
दरअसल, एक महिला लगातार दो हफ्तों तक कोमा में थी और जब वह कोमा से बाहर आई तो उसके बोलने का तरीका ही बदल गया था
हैरान करने वाली बात ये है कि महिला अपनी जिंदगी में कभी भी न्यूजीलैंड नहीं गई थी, लेकिन इसके बावजूद कोमा से उठते ही उसने कीवी लहजे में बोलना शुरू कर दिया.
इस बीमारी का नाम फॉरेन एक्सेंट सिंड्रोम है. इसे एक्सेंट चेंज सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है.
कहते हैं कि यह एक दुर्लभ सिंड्रोम है, जिसका पहला मामला साल 1907 में सामने आया था.
इस बीमारी में लोगों का उच्चारण अचानक ही बदल जाता है. ऐसे में लोगों को उस मरीज के बोलने का तरीका सुनकर बहुत ही हैरानी होती है कि ऐसा कैसे संभव है.
दरअसल, आमतौर पर अलग-अलग देशों के लोगों के बोलने का तरीका और उच्चारण अलग-अलग होता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बीमारी दिमाग के बाएं तरफ वाले भाग ब्रोका में चोट लगने के कारण हो सकती है, क्योंकि शरीर का यही भाग स्पीच में मदद करता है.
जब अचानक ही दिमाग तक पहुंचने वाले खून का बहाव रूक जाए और दिमाग की नसें फट जाएं तो ये बीमारी हो सकती है.
इस बीमारी के इलाज का तरीका ये है कि अगर दिमाग पर चोट लगने के कारण ऐसा हुआ है तो सर्जरी के जरिये दिमाग के क्लॉट को यानी दिमाग में खून को जमने से रोका जाता है,
लेकिन अगर किसी अन्य वजह से लोगों को ऐसा हो जाता है, तो फिर उनके इलाज के लिए स्पीच थेरेपी और काउंसलिंग थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है.'