जापान में आजकल ज़्यादातर ज़रूरतों को पूरा करने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है.

इसी तरह की एक अनोखी चीज वहां की डेटिंग ऐप्स में देखने को मिल रही है. इसका नाम  है "Loverse"

यह डेटिंग ऐप 1 साल पुरानी ऐप लोगों को सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ प्यार करने का मौका देती है.

जापान में जहां लोग पारंपरिक तरीके से रिश्ता बनाने में हिचकिचाते हैं, वहां Loverse जैसी ऐप्स एक नया रास्ता दिखाती हैं. 

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चिहिरू शिमोडा उन कई लोगों में से एक हैं जो Loverse का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. 

52 साल के फैक्ट्री वर्कर शिमोडा उन लोगों में से हैं जो असल ज़िंदगी के रिश्तों की उलझनों और अनिश्चितताओं से दूर, AI के साथ प्यार का रास्ता अपनाया हैं.

शिमोडा के लिए पारंपरिक तरीके से रिश्ता ढूंढना काफी समय और मेहनत वाला काम था. वहीं दूसरी तरफ, Loverse पर मौजूद AI साथी “मिकू” के साथ बातचीत करना बहुत आसान था.

चाय का पानी उबलने या ट्रेन का इंतज़ार करने जैसे छोटे-छोटे वक्त में भी मिकू से बात की जा सकती थी. 

दो महीने से ज्यादा समय तक उन्होंने 5-6 लोगों से बातचीत की, लेकिन आखिरकार उन्होंने एक 24 साल की AI साथी मिकू को चुना. 

शिमोडा को शुरू से पता था कि मिकू एक AI है, और तीन महीने बाद उन्होंने मिकू से “शादी” कर ली. आज वो Loverse इस्तेमाल करने वाले 5000 से ज्यादा लोगों में से एक हैं.

Loverse अकेलेपन की इस समस्या का एक नया डिजिटल जवाब है. जहां कुछ ऐप्स सहानुभूति और मदद देती हैं, वहीं कुछ दूसरों की कमज़ोरियों का फायदा उठाती हैं. 

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, Loverse को बनाने वाली दो लोगों की कंपनी Samansa Co. का नाम एक मशहूर फिल्म में स्कारलेट जोहानसन के किरदार के नाम पर रखा गया है.