कैबिनेट और राज्यमंत्री में कितना अंतर? जानें PM और मंत्रियों को मिलती है कितनी सैलरी

मोदी सरकार 3.0 का आगाज हो चुका है. 9 जून को नरेंद्र मोदी ने पीएम पद की शपथ ली. 

पीएम मोदी के अलावा 71 अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई.

इस दौरान सात देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी इस पल के साक्षी बने.

मोदी कैबिनेट में 30 कैबिनेट और 36 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई. जिसमें 5 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी शामिल हैं.

कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री में क्या अंतर होता है और उन्हें कितनी सैलरी मिलती है? 

कैबिनेट मंत्री सीधे पीएम को रिपोर्ट करता है. वो कैबिनेट की बैठक में शामिल होता है. सरकार के सभी फैसले कैबिनेट मंत्रियों की सहमति से लिए जाते हैं.

वहीं राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी पीएम को रिपोर्ट करते हैं, लेकिन वे कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं होते हैं.

इसके अलावा राज्यमंत्री कैबिनेट मंत्रियों के अधीन काम करते हैं. ये मंत्री कैबिनेट मिनिस्टर को रिपोर्ट करते हैं, ये भी कैबिनेट मीटिंग में शामिल नहीं होते हैं. एक कैबिनेट मंत्री के साथ एक से अधिक राज्यमंत्री हो सकते हैं. 

तनख्वाह की बात करें तो पीएम को भत्ते और सैलरी मिलाकर 2.33 लाख रुपये मिलते हैं. वहीं कैबिनेट मंत्री को 2.32 लाख रुपये, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को 2.31 लाख और राज्यमंत्री को 2 लाख 30 हजार 600 रुपये मिलते हैं.