क्या है किर्गिस्तान का इतिहास? जहां रहते हैं इस धर्म के लोग, जानें पुराना नाम

किर्गिस्तान का इतिहास सदियों पुराना है, जिसमें घुमंतू जनजातियों, साम्राज्यों और आधुनिक राष्ट्र के निर्माण की कहानी शामिल है.

तिआन शान पर्वतमाला के ऊंचे शिखरों के आसपास मानव सभ्यता के प्रमाण हजारों साल पहले से ही मिलते हैं.

5वीं से 12वीं शताब्दी के दौरान, येनिसेई किर्गिज़ खागानात नाम के एक शक्तिशाली साम्राज्य का अस्तित्व रहा.

13वीं सदी में मंगोलों के आक्रमण के बाद इस क्षेत्र का परिदृश्य ही बदल गया. इस दौरान किर्गिस्तान मंगोल साम्राज्य का हिस्सा बन गया.

हालांकि बाद में यह देश स्वतंत्र हो गया. लेकिन 17वीं शताब्दी में यह देश जंगार खानटे के अधीन आ गया.

18वीं शताब्दी के अंत में जब जंगारों का पतन हुआ तो किर्गिज़ लोग कोकंद खानटे का हिस्सा बन गए.

किर्गिस्तान में मुस्लिम समुदायक के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. लेकिन मुस्लिमों में भी सुन्नी आबादी इस देश में बहुत ज्यादा है.

किर्गिस्तान में सुन्नी मुस्लिमों की आबादी करीब 90 प्रतिशत है. वहीं ईसाई  15 फीसदी के करीब हैं.

सुन्नी आबादी ज्यादातर हनफ़ी संप्रदाय से है. ये लोग आठवीं शताब्दी के दौरान इस क्षेत्र में आए थे. 

किर्गिस्तान का पुराना नाम किर्गिज़िया है. लेकिन अब इसे किर्गिस्तान कहा जाता है. इस देश का आधिकारिक नाम वैसे किर्गिज गणराज्य है.

किर्गिस्तान इन दिनों पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट और बदसलूकी के लिए चर्चा में है.