क्या कर रही बाइडेन सरकार? अमेरिका में क्यों हो रही भारतीय छात्रों की लगातार मौतें
पिछले दिनों संयुक्त राज्य अमेरिका से लगातार भारतीय छात्रों की मौत की खबर सामने आई.
जिसके बाद अब अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत और इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर,
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत के आंकड़ों को हम शून्य पर लाना चाहते हैं.
इस साल लगातार अमेरिका से कई भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत की खबर सामने आई है.
हाल ही में 25 साल के विवेक सैनी को एक नशा करने वाले ने पीट-पीटकर मार डाला था और 27 साल के वेंकटरमण पित्तला की नाव हादसे में मौत हो गई थी.
19 अप्रैल को भारतीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात के लापता होने की खबर सामने आई जिसके बाद
न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने 9 अप्रैल को जानकारी दी कि अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात की मौत हो गई है.
इसी के चलते भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि “हम हर छात्र, खास कर अमेरिका पढ़ने आने वाले छात्रों की बहुत परवाह करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के कॉलेज में बहुत अच्छे संसाधन है चाहे वो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े हो या फिर फिजिकल हेल्थ से जुड़े हो.
राजदूत ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि भारत से अमेरिका आने वाले छात्रों को इन सभी संसाधन के बारे में जानकारी हो.
उन्होंने बताया कि अमेरिका में फिलहाल लगभग 2 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं.
गार्सेटी ने आगे कहा कि बेशक, उनके साथ दुखद घटनाएं होती हैं, लेकिन हम उस संख्या को शून्य के करीब लाने की कोशिश कर रहे हैं.