क्या होता है मौसम विभाग के रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट का मलतब?

मौसम विभाग कुछ जगहों के लिए कभी येलो तो कुछ जगहों के लिए ऑरेंज के साथ-साथ रेड अलर्ट भी जारी करता है.

क्या आपको पता है कि मौसम विभाग किस परिस्थिति में कौन सा अलर्ट जारी करता है?

खराब मौसम के बारे में बताने के लिए मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया जाता है. येलो अलर्ट का मतलब होता है कि मौजूदा स्थिति में खतरा नहीं है, लेकिन कभी भी मौसम की खतरनाक स्थिति आपके सामने आ सकती है, इसके लिए तैयार रहें.

इस प्रकार की चेतवानी में 7.5 से 15 मिमी. की भारी बारिश होती है जो कि अगले 1 या 2 घंटे तक जारी रहने की संभावना होती है.

ऑरेंज अलर्ट का अर्थ होता है कि मौसम खराब हो चुका है. तो ऐसे में अब आपको सिर्फ नजर बनाकर नहीं रखनी है, बल्कि बाहर जाने से भी बचना चाहिए और अगर जाना जरूरी हो तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए.

इस प्रकार के अलर्ट जारी किये जाने पर चक्रवात में हवा की स्पीड लगभग 65 से 75 किमी. प्रति घंटा होती है और अधिकतम 33 मिमी. की बारिश होने की संभावना रहती है.

मौसम के बहुत ज्‍यादा खराब होने की आशंका पर मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ये मौसम की खतरनाक स्थिति का संकेत होता है.

हालांकि, बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है.

इस प्रकार के अलर्ट की घोषणा तभी की जाती है जब 30 मिमी. से अधिक बारिश के होने की संभावना होती है.