बांग्लादेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. वहां के हिंदुओं समुदाय के घरों और उनके मंदिरों पर हमले किया जा रहा है.
आपको बता दें बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से हटा दिया गया है, जिसके बाद अब अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने शपथ ले ली है.
इस सब के बीच क्या आप जानते हैं कि बांग्लादेश में गरीबी की दर क्या है? आइए इस बात पर डालते हैं एक नजर
बांग्लादेश की जनता पर गरीबी का खतरा मंडरा रहा है. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश की इकोनॉमी बड़े संकट में है.
वर्ल्ड बैंक ने इस साल की शुरुआत में बांग्लादेश में लगभग 10 लाख लोगों के गरीबी रेखा में पहुंचने की आशंका जताई है.
वहीं बता दें कि वर्ल्ड बैंक ने इनकी दैनिक कमाई 3.65 डॉलर से कम होने का अनुमान जताया है.
इनमें से लगभग 5 लाख लोग अत्यधिक गरीबी में फंस सकते हैं और बांग्लादेश में महंगाई दर 9.6 फीसदी रहने का अनुमान है.
ढाका स्थित साउथ एशियन नेटवर्क ऑन इकोनॉमिक मॉडलिंग के एक सर्वेक्षण में ये खुलासा हुआ कि साल 2020 में बांग्लादेश में गरीबी दर 42% थी, जो इस साल 5 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है.
वहीं भारत की बात करें तो फरवरी 2024 में जारी भारतीय स्टेट बैंक के शोध के मुताबिक, देश में गरीबी दर 2022-23 में गिरकर 4.5-5 प्रतिशत हो जाएगी.