अपने गैस और खनिज भंडार के लिए जाने वाले सऊदी अरब के हाथ एक बड़ा जैकपॉट लग गया है, जिसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है.

दरअसल, सऊदी अरब के समुद्री इलाके में लिथियम का भंडार पाया गया है. जिस सफेद सोना कहा जा रहा है. यह समु्द्र के किनारे ऑयल फील्ड में मिला है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी अरब की सरकारी स्वामित्व वाली पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी अरामको ने लिथियम निकालना है.

आपको बता दें लिथियम जिसे हम सफेद सोना या आधुनिक तेल भी कहा जाता है, भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने का अहम स्रोत माना जाता है.

दरअसल, जीवाश्म ईंधन के स्रोत तेजी से घट रहे हैं, ऐसे में वैज्ञानिक तेजी से वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों की तरफ ध्यान दे रहे हैं.

लिथियम का इस्‍तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन, लैपटॉप, मोबाइल और EV की बैटरी में इस्‍तेमाल किया जाता है. दुनियाभर में इसकी जबरदस्त डिमांड है.

दुनियाभर में इसकी डिमांड बढ़ने के कारण इसकी कीमतों में भी बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में लिथियम का मिलना जैकपॉट जैसा है.

बढ़ती मांग के कारण इसकी कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्लोबल मार्केट में एक टन लिथियम की कीमत करीब 57.36 लाख रुपये है.

विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार, 2050 तक लिथियम की वैश्विक मांग में 500 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी, इस लिहाज से सऊदी में इसका भंडार मिलना अच्‍छा संकेत है.