क्या है शुक्र ग्रह और कैसे करता है काम? यहां जानें इसके बार में सब कुछ

भले ही शुक्र सूर्य के सबसे पास का ग्रह न हो, फिर भी यह सबसे गर्म ग्रह है इसका वातावरण ग्रीनहाउस गैस कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फ्यूरिक एसिड से बने बादलों से भरा हुआ है

गैस गर्मी को रोकती है और शुक्र को गर्म रखती है. वास्तव में, शुक्र पर इतनी गर्मी है कि सीसा जैसी धातुएं पिघले हुए तरल के पूल की बन जाएंगी

शुक्र एक बहुत ही सक्रिय ग्रह जैसा दिखता है. इस पर पहाड़ और ज्वालामुखी हैं. शुक्र का आकार पृथ्वी के समान है. पृथ्वी बस थोड़ी बड़ी है

शुक्र ग्रह असामान्य है क्योंकि यह पृथ्वी और अधिकांश अन्य ग्रहों की विपरीत दिशा में घूमता है और इसका रोटेशन बहुत धीमा है

इसे सिर्फ़ एक चक्कर लगाने में पृथ्वी के लगभग 243 दिन लगते हैं. यह सूर्य के बहुत करीब है, इसलिए एक साल तेज़ी से बीत जाता है

शुक्र को सूर्य का पूरा चक्कर लगाने में पृथ्वी के 225 दिन लगते हैं. इसका मतलब है कि शुक्र पर एक दिन शुक्र के एक साल से थोड़ा ज़्यादा लंबा होता है

क्योंकि दिन और वर्ष की लंबाई समान होती है, इसलिए शुक्र पर एक दिन पृथ्वी पर एक दिन जैसा नहीं होता. यहां, सूर्य प्रत्येक दिन एक बार उगता और अस्त होता है

लेकिन शुक्र पर, सूर्य पृथ्वी के 117 दिनों में उगता है. इसका मतलब है कि शुक्र पर प्रत्येक वर्ष में सूर्य दो बार उगता है

भले ही शुक्र पर अभी भी एक ही दिन हो! और क्योंकि शुक्र पीछे की ओर घूमता है, इसलिए सूर्य पश्चिम में उगता है और पूर्व में अस्त होता है

बता दें कि बुध की तरह शुक्र के भी कोई चन्द्रमा नहीं है