भारत में बिना लाइसेंस के कौन-सी बंदूक खरीदी जा सकती है? वो कितनी कितनी खतरनाक है?

देश में यदि कोई बंदूक खरीदता है तो उसे लाइसेंस भी बनवाना पड़ेगा. उसके बाद उस बंदूक के बारे में ये कहा जाएगा कि ‘लाइसेंसी है’

क्या आपको पता है कि भारत में एक बंदूक़ बिना लाइसेंस के भी मिल जाती है. अब आप सोच रहे होंगे कि कौन सी? 

यहां हम आपको उस बंदूक के बारे में बताएंगे

देश में कुछ बंदूकें बिना लाइसेंस के खरीदी जा सकती हैं, ऐसी बंदूकें एयर-सॉफ़्ट गन इंडिया नाम की एक वेबसाइट बेचती है

www.airsoftgunindia.com की कंपनी की हल्की बंदूक़ें 2500 रुपयों से 45-50 हज़ार रुपयों तक की राशि में खरीदी जा सकती हैं

www.airsoftgunindia.com से आप छर्रे, लाइटर, बंदूक़ें सब ले सकेंगे, और सिर्फ अपना नाम, ईमेल-ID, पता, नंबर देते ही ऑर्डर प्लेस हो जाएगा

एयर-सॉफ़्ट गन इंडिया नाम की कंपनी की मानें तो आपको कोई पहचान पत्र या कोई लाइसेंस नहीं दिखाना होगा

एयर-सॉफ़्ट गन का इस्तेमाल आत्मरक्षा के लिए किया जा सकता है, हालांकि इस गोली इतनी घातक तो नहीं होती कि किसी का शरीर भेद दे

ये ध्यान रखना होगा कि देश में सार्वजनिक स्थलों पर बंदूक़ लहराने, यहां तक कि ख़ाली बंदूक़ या बंदूक़ जैसा लाइटर तक लहराने, या किसी की ओर पॉइंट करना भी जुर्म है

देश में बंदूक़ों को लेकर 2 मुख्य कानून हैं: आर्म्स ऐक्ट, 1959 और आर्म्स रूल्स, 1962. 

आप यदि लाइसेंसी बंदूक भी खरीदेंगे तो उसकी भी एक सीमा होती है. बंदूकों की दो कैटेगरी होती हैं— पहली नॉन-प्रॉहिबिटेड बोर (NPB) और दूसरी, प्रॉहिबिटेड बोर (PB). 

नॉन-प्रॉहिबिटेड बोर में जो बंदूकें आती हैं, वे ऑटोमैटिक नहीं होतीं. हालांकि, इनका इस्तेमाल भी कानून के दायरे में ही किया जा सकता है