भारत के 14वें प्रधानमंत्री रहे डॉक्टर मनमोहन सिंह (के निधन पर पूरे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी बड़े न्यूज आउटलेट्स ने खबरें पब्लिश की हैं.

निधन की खबर पाकिस्तान से लेकर तुर्की, मध्य-पूर्व, अमेरिका, ब्रिटेन, सभी देशों की मीडिया ने उन्हें और उनकी उपलब्धियों को याद किया है.

ऐसे में आइए आपको बताते हैं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर विदेशी मीडिया में क्या क्या लिखा कहा गया?

बांग्लादेश के अंग्रेजी भाषा का दैनिक अखबार ढाका ट्रिब्यून ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का जिक्र करते हुए लिखा है कि, वह 1990 के दशक में भारत के आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार थे. 

पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार DAWN ने लिखा है कि, शांत स्वभाव वाले मनमोहन सिंह यकीनन भारत के सबसे सफल नेताओं में से एक थे. भारत को गरीबी से बाहर निकालने का श्रेय उन्हें दिया जाता है.

मीडिया BBC ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की जानकारी देते हुए अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि, ‘भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और आर्थिक सुधार के प्रणेता मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है.

न्यूज़ एजेंसी Reuters ने लिखा है, ‘प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में वह ‘अनिच्छुक राजा’ के तौर पर वर्णित किए गए. मृदुभाषी मनमोहन सिंह, जिनका गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया. 

कतर के ब्रॉडकास्टर अल जज़ीरा ने पूर्व प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर लिखा है कि, वह 90 के दशक में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार थे. 

अमेरिकी पब्लिक ब्रॉडकास्टर NPR ने डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर लिखा है कि, ‘वह एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे, उन्हें भारत में आर्थिक सुधारों के जनक के रूप में जाना जाता था. 

साथ ही अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी पूर्व प्रधानमंत्री के निधन की खबर को प्रमुखता से छापा है. 

NYT ने लिखा है कि, ‘देश के पहले सिख प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह ने मुक्त बाजार सुधार लागू किए, जिससे भारत एक आर्थिक महाशक्ति बन गया और उन्होंने पाकिस्तान के साथ सुलह की कोशिश की. 

ब्रिटिश डेली न्यूजपेपर द गार्जियन ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भारत के बड़े आर्थिक सुधारों का निर्माता बताते हुए लिखा है कि, उन्होंने देश को वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरने में मदद की.