भारत में पेजर कब आया और कैसे यह भारतीय बाजार से हुआ गायब
लेबनान और सीरिया के कुछ इलाकों में मंगलवार को सिलसिलेवार ब्लास्ट हुए. इस ब्लास्ट में पेजर का इस्तेमाल किया गया था.
लेकिन, क्या आप जानते हैं की पेजर क्या है, यह भारत में कब आया और कैसे भारतीय बाजारों से गायब हो गया?
पेजर, एक छोटा वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस है जिसे खासतौर से मैसेज भेजने और प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. पेजर को बीपर के नाम से भी जाना जाता है.
इस डिवाइस को भारत में 1995 में BPL और अन्य कंपनियों द्वारा लॉन्च किया गया था. 2000 और 2002 के आसपास पेजर ने भारतीय बाजार में लोकप्रियता हासिल की.
पेजर के जरिए मैसेज भेजने के लिए एक खास प्रोसेस को फॉलो किया जाता था. सबसे पहले, एक नंबर पर कॉल करके पेजर नंबर दिया जाता था और फिर मैसेज भेजने के लिए कहा जाता था.
भारत में मोबाइल फोन की लॉन्चिंग के बाद जैसे-जैसे मोबाइल फोन किफायती होते गए, पेजर का उपयोग धीरे-धीरे कम होने लगा.
मोबाइल फोन, पेजर की तुलना में ज्यादा एडवांस थे. यह सिर्फ मैसेज भेजने तक सीमित नहीं थे, बल्कि कॉल और कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान करते थे, जिसके चलते पेजर बाजार से बाहर हो गया.