जब दिल्ली के चांदनी चौक में सड़कों पर घूमती थी ट्राम, देखें AI तस्वीरें
क्या आपको पता है कि दशकों पहले दिल्ली में जब मेट्रो नहीं थी तो शहर में अवाजाही का मुख्य साधन 'ट्राम' हुआ करता था.
आजादी के वक्त तक दिल्लीवालों के लिए परिवहन का मुख्य साधन ट्राम ही हुआ करता था.
ऐसे में आज हम आपको दिल्ली में चलने वाले ट्राम की कहानी बताएंगे, जो दिल्ली की पुरानी यादों को ताजा कर देगी.
बता दें कि 1908 से 1963 तक चांदनी चौक में ट्राम चलती थी जो अजमेरी गेट और जामा मस्जिद जैसे प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ती थी.
दिल्ली उन 6 भारतीय शहरों में से एक था जहां अंग्रेजों ने कानपुर, बॉम्बे, कलकत्ता, पटना और मद्रास के साथ ट्राम सेवाएं शुरू की थीं.
1960 के दशक में बढ़ते वाहनों के यातायात और जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की ट्राम पटरियों को हटा दिया गया.
ट्राम लगभग 22 किलोमीटर लंबा था जो चांदनी चौक और अन्य क्षेत्रों से होते हुए तीस हजारी को सब्जी मंडी से जोड़ता था.
ट्राम का किराया आधा आना से लेकर चार आना तक था जो यात्रा की दूरी के अनुसार बदलता रहता था.
ट्राम में तीन डिब्बे होते थे जिसमें पहले डिब्बे में ज्यादा किराया लगता था. वहीं दूसरे और तीसरे डिब्बे में कम किराया लगता था.
1921 में एक आम हड़ताल के कारण ट्राम सेवाएं अस्थायी रुप से बंद हो गई जिससे उनकी लोकप्रियता पर असर पड़ने लगा.