प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में भारत के 5 सबसे गरीब राज्य कौन से हैं?
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (PMEAC) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2023-24 में पांच सबसे गरीब राज्य निर्धारित किए गए हैं.
इस रिपोर्ट ने भारत के विभिन्न राज्यों की आर्थिक स्थिति, सामाजिक कल्याण, और गरीबी दर पर गहराई से अध्ययन किया, जिसमें यह सामने आया कि देश के कुछ हिस्से अभी भी भारी आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की यह रिपोर्ट बताती है कि भारत के कई राज्य अभी भी विकास और समृद्धि की दौड़ में पीछे हैं.
5. ओडिशा: ओडिशा, प्राकृतिक संसाधनों और खनिजों से संपन्न होने के बावजूद, देश के पांच सबसे गरीब राज्यों में शामिल है.
यहां के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का अभाव और रोजगार के अवसरों की कमी ने राज्य की आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया है.
4. मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश, जो देश का दिल कहा जाता है, विकास की दिशा में कई कदम उठाने के बावजूद, गरीबी के मामले में चौथे स्थान पर है.
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की कमी, कृषि संकट, और सामाजिक सेवाओं में सुधार की कमी यहां के लोगों को गरीबी में धकेल रही है. इसके साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में विकास की कमी भी गरीबी का मुख्य कारण है.
3. उत्तर प्रदेश: भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश की गरीबी दर भी उच्च बनी हुई है. हालांकि हाल के वर्षों में राज्य में कई विकास कार्य हुए हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी दर अब भी बहुत अधिक है.
2. झारखंड: झारखंड प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होने के बावजूद, गरीबी से जूझ रहा है. यहां की खनिज संपत्ति और औद्योगिक संभावनाओं के बावजूद, लोगों को गरीबी, बेरोजगारी और शिक्षा की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
1. बिहार: इसकी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, लेकिन औद्योगिक विकास की कमी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता, और बेरोजगारी दर की बढ़ोतरी ने इसे गरीबी के मामले में शीर्ष पर बनाए रखा है.