दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के तिहाड़ जेल में रहते इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म था कि उन्हें TV की सुविधा उपलब्ध काराई गई.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि जेल में वीआईपी कैदी कौन होते हैं और उन्हें कैसा ट्रीटमेंट मिलता है. आइए आज आपको बताते हैं. 

आम तौर पर VIP कैदी के लिए पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री, संसद सदस्य (एमपी), राज्य विधायक के सदस्य, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष / मौजूदा सांसद / विधायकों मजिस्ट्रेट को चुना जाता है.

बता दें कि सुपीरियर क्लास के अंतर्गत आने वाली सुविधाओं में मेज, एक चौकी, अखबार, सोने के लिए तख्त, दरी, कॉटन की चादर, मच्छरदानी जैसे कुछ खास सुविधाएं दी जाती है साथ ही उनसे सेल में टीवी भी लगा होता है.

बता दें कि जेल में टीवी लगाना आम प्रक्रिया है और जो कैदी संघीन मामलों में बंद नहीं होते हैं, उनके लिए टीवी लगाया जाता है.

हर 30-35 कैदियों पर एक टीवी लगाया जाता है और कैदियों के लिए एंटरटेनमेंट की व्यवस्था करना जेल प्रशासन का काम होता है.

ऐसे में किसी भी कैदी के लिए की गई टीवी की व्यवस्था वीआईपी ट्रीटमेंट में नहीं गिनी जाती है.

वहीं, अगर उनकी दिनचर्या की बात करें तो तिहाड़ में सामान्य कैदियों को सुबह 6 बजे से 11 बजे तक बाहर निकाला जाता है.

इसमें वे प्रार्थना, योगा, फिजिकल एक्सरसाइज आदि करते हैं. इसके बाद कुछ कैदी तारीखों के लिए चले जाते हैं.

इसके बाद 12 बजे तक फिर उन्हें बंद कर दिया जाता है और 3 बजे बाहर निकाला जाता है. फिर शाम 7 बजे फिर से रात भर के लिए बंद किया जाता है.