गामा पहलवान को किसने हराया था? यहां जानिए

गामा पहलवान के बारे में गूगल जानकारी देता है कि उसको किसी ने नहीं हराया था.  

गामा पहलवान का असली नाम गुलाम मुहम्मद बख्श था. भारत के विभाजन के बाद वह पाकिस्तान में बस गया.

कहा जाता है कि गामा पहलवान अपने जीवन काल में एक भी कुश्ती नहीं हारा था. उसने दुनिया के बड़े-बड़े पहलवानों को हराया था.

गामा पहलवान को लेकर यह भी कहा जाता है कि उसने भारत में अपनी पहचान बनाने के बाद 1910 में लंदन का रुख किया.

हालांकि, कम हाइट की वजह गामा पहलवान को लंदन के इंटरनेशनल चैंपियनशिप में एंट्री नहीं मिली. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस गामा पहलवान को दुनिया में कोई नहीं हरा सका, उसे मथुरा के एक प्रसिद्ध पहलवान ने हराया था.

गामा पहलवान को मथुरा के प्रसिद्ध पहलवान चंद्रसेन टिक्की वाले ने कोलकाता के एक कुश्ती में हराया था.

कहा जाता है कि चंद्रसेन टिक्की वाले मथुरा के प्रसिद्ध पहलवान मोहन पहलवान के पुत्र थे. 

उम्र ढलने पर बलदेव पहलवान ने एक बार चन्द्र सेन टिक्की वाले को गामा पहलवान से कुश्ती लड़ने के लिए कहा.

कोलकाता में जब गामा पहलवान से चंद्र सेन टिक्की वाले की कुश्ती हुई तो पहले दांव में उनको हरना पड़ा. 

लेकिन दूसरे दांव में चंद्र सेन टिक्की वाले ने गामा पहलवान को बेहोश कर दिया.

चूंकि, गामा पहलवान और चंद्रसेन टिक्की वाले के बीत कुश्ती कोलकाता में हुई थी, इसलिए पूरे कोलकाता में जुलूस निकाला गया.

उस वक्त दानदाताओं और खेल प्रशंसकों ने पहलवान चंद्र सेन टिक्की वाले के लिए पेटियां खोल दीं. 

कहते हैं कि उस कुश्ती में चंद्र सेन टिक्की वाले को लाखों रुपये ईनाम के तौर पर दिए गए. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहलवान चंद्र सेन टिक्की वाले ने ईनाम में मिले पैसे से मथुरा में 16 कोठियां और मकान खरीदे थे.