Generative AI के पेटेंट में कौन है सबसे आगे, किस नंबर पर है भारत? जानें

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज हर जगह है. चाहे वह ई-कॉमर्स का विकास हो या फिर फूड डिलीवरी, हर जगह AI की अहम भूमिका है.

Generative AI (GenAI) मौजूदा जानकारी से टेक्स्ट, इमेज, कंप्यूटर कोड और यहां तक कि संगीत भी उत्पन्न कर सकता है. यह हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है.

AI के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दुनिया भर के देश AI रिसर्च और डेवलपमेंट में भारी निवेश कर रहे हैं. चीन GenAI आविष्कारों जैसे Chatbots में अन्य देशों से काफी आगे है.

वर्ल्ड इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (WIPO) के डेटा के अनुसार, चीन ने अपने सबसे करीबी प्रतिस्पर्धी अमेरिका से छह गुना अधिक पेटेंट दाखिल किए हैं.

WIPO के अनुसार, पिछले एक दशक में 50,000 से अधिक GenAI पेटेंट फाइल किए गए हैं.

GenAI आविष्कारों के मामले में भारत पांचवां सबसे बड़ा देश है और इस क्षेत्र में वार्षिक औसत ग्रोथ रेट 56 प्रतिशत है, जो टॉप-5 देशों में सबसे तेज है.

2014 से 2023 के बीच GenAI आविष्कारों के मामले में टॉप-5 देश इस प्रकार हैं:

1. China: 2014 से 2023 के बीच GenAI आविष्कारों में टॉप-5 देशों की सूची में चीन सबसे आगे है, जिसने इस दौरान 38,000 से अधिक पेटेंट फाइल किए हैं.

2. USA: अमेरिका इस क्षेत्र में दूसरे स्थान पर है, जहां इस अवधि में कुल 6,276 पेटेंट फाइल किए गए हैं.

3. South Korea: दक्षिण कोरिया इस सूची में तीसरे स्थान पर है, जिसने कुल 4,155 GenAI आविष्कारों के लिए पेटेंट दाखिल किए हैं.

4. Japan: जापान, जो अपनी तकनीकी उन्नति और अनुसंधान के लिए जाना जाता है, 3,409 GenAI आविष्कारों के साथ चौथे स्थान पर आता है.

5. India: भारत, जो AI के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है, 1,350 GenAI आविष्कारों के साथ पांचवें स्थान पर है.