पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी PoK में सरकार के खिलाफ जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
PoK में बढ़ती महंगाई की वजह से शहबाज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है और भारत में शामिल होने की मांग उठ रही है.
पीओके के लोगों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ पाकिस्तानी हुकूमत भेदभाव कर रही है. इस वजह से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शहबाज सरकार किसी भी तरह इन प्रदर्शनों को कुचलना चाहती है.
यही वजह है कि अशांत पीओके को शांत करने के लिए आनन-फानन में सरकार ने 23 अरब रुपये आवंटित कर दिए. हालांकि, विरोध-प्रदर्शन की धमक अभी कम नहीं हुई है.
पीओके में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आटा-दाल लोगों की औकात से बाहर की चीजें हो गई हैं. इसके चलते लोग बौखला गए है.
प्रदर्शन का आलम यह है कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हो रही हैं. इसमें कई लोगों की मौत हो गई है और तमाम लोग घायल हैं.
पीओके की स्थिति को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ काफी टेंशन में आ गए हैं.
टेंशन में आने की एक वजह यह भी है कि पीओके में पाकिस्तान विरोधी नारे लग रहे हैं और भारत में शामिल किए जाने की मांग उठने लगी है.
दरअसल, पाकिस्तान के कब्जे वाले पीओके में यह विरोध-प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर जॉइंट अवामी एक्शन कमेटी के बैनर तले हो रहा है. इस कमेटी में सबसे अधिक संख्या कारोबारियों की है.