स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह (Mohana Singh) ने भारत की पहली महिला तेजस फाइटर पायलट (Tejas Fighter Pilot) बनकर इतिहास रच दिया है.
भारतीय वायुसेना ने उन्हें गुजरात के नलिया स्थित नंबर 18 Flying Bullets स्क्वाड्रन में नियुक्त किया है, जो स्वदेशी रूप से विकसित LCA तेजस लड़ाकू जेट विमानों का संचालन करती है.
भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलटों में से एक मोहना सिंह पहले बीकानेर के पास नल लड़ाकू बेस पर नंबर 3 ‘Cobras’ स्क्वाड्रन में थीं और मिग-21 बाइसन विमान उड़ाती थीं.
राजस्थान के झुंझुनू में एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली मोहना ने 2019 में दिन में Hawk विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनकर इतिहास रचा था. वह 2020 नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित तीन फ्लाइट लेफ्टिनेंट में से एक हैं.
मोहना सिंह का विमानन से जुड़ाव एक प्रतिष्ठित पारिवारिक विरासत है. उनके दादा एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) में फ्लाइट गनर थे. यह भारतीय वायुसेना की एक विशेष शाखा है, जो निगरानी का काम करता है. उनके पिता वायुसेना में वारंट अधिकारी हैं.
2016 में मोहना सिंह ने भावना कंठ (Bhawna Kanth) और अवनी चतुर्वेदी (Avni Chaturvedi) के साथ भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल होने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रचा था.
यह भारतीय विमानन इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था, क्योंकि इसने फाइटर पायलटों की भूमिका में महिलाओं को आधिकारिक रूप से शामिल किया.
इससे पहले 1991 से महिलाएं हेलीकॉप्टर और परिवहन विमानों के लिए पायलट के रूप में काम कर रही थीं, लेकिन फाइटर पायलट की भूमिका अभी भी मुख्य रूप से पुरुषों की थी.
केंद्र सरकार ने साल 2016 में ही महिलाओं को फाइटर जेट उड़ाने की अनुमति देने का निर्णय लिया था, जो भारतीय सैन्य इतिहास में मील का पत्थर है.