कौन हैं विकास दिव्यकीर्ति? जिन्होंने 22 की उम्र में क्रैक किया  UPSC, जानें कितनी थी रैंक

UPSC एस्पिरेंट्स के बीच डॉ. विकास दिव्यकीर्ति काफी फेमस हैं. दृष्टि IAS कोचिंग के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने साल 1996 में पहला यूपीएससी अटेंप्ट दिया था. 

एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उस समय उनकी क्या उम्र थी? तकिस विषय में यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम दिया था? कितनी रैंक और नंबर आए थे. लेकिन उसे पहले चलिए जानते हैं डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कौन हैं? 

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति इस समय छात्रों के अच्छे मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते हैं. उनका जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा के भिवानी शहर में हुआ था. उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से पूरी की.

वहीं, स्कूली शिक्षा खत्म करने के बाद उन्होंने दिल्ली के जाकिर हुसैन कॉलेज से वाणिज्य ऑनर्स में स्नातक पूरा किया.

इसके बाद उनका रुझान बदल गया और उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इतिहास में बीए पूरा किया. साथ ही हिंदी साहित्य में MA, M.phill और PhD कंप्लीट की. 

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने साल 1996 में UPSC का एग्जाम दिया था. उस समय उनकी उम्र महज 22 साल थी और पहले अटेंप्ट में सेलेक्शन हो गया था. 

उन्होंने बताया कि प्रीलिम्स में सोशियोलॉजी और मेन्स में सोशियोलॉजी हिंदी साहित्य विषय था. यूपीएससी एग्जाम में उनकी 384 रैंक आई थी.

विकास दिव्यकीर्ति ने इंटरव्यू में बताया कि मुख्य परीक्षा में हिंदी साहित्य में 343, GS में 321, सोशिलॉजी में 247, निबंध में 112 और इंटरव्यू में 156 नंबर आए थे.

विकास दिव्यकीर्ति को होम मिनिस्टरी कैडर में सेंट्रल सेक्रेटेरियल सर्विस में नौकरी मिली थी, लेकिन कुछ महीने बाद उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था.

आज डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का नाम यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की कोचिंग की दुनिया में सबसे बेहतरीन और लोकप्रिय शिक्षकों में गिना जाता है.