लंकाधिपति का नाम किसने रखा था रावण? जानिए इसके पीछे की रोचक कथा
लंकाधिपति रावण के बारे में तो आप जानते ही होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि रावण नाम उसे कैसे मिला था?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण प्रकांड विद्वान और शिवजी का सबसे बड़ा भक्त था.
शिवजी से ही लंकाधिपति को रावण का नाम मिला था.
रावण शिवजी को अपने साथ कैलाश पर्वत से लंका ले जाना चाहता था जिसके लिए भगवान तैयार नहीं थे
रावण ने जब कैलाश पर्वत उठाने का प्रयास किया तो शिव की ताकत से उनकी उंगली दब गई और वो दर्द से तड़पने लगा.
दर्द से तड़पते हुए भी रावण शिवजी के सामने तांडव करने लगा और क्षमा भी मांगा.
शिवजी को बहुत आश्चर्य हुआ कि दर्द में होने के बाद भी वह शिव तांडव कर रहा है.
बाद में उन्होंने प्रसन्न होकर दशानन को रावण नाम दिया, रावण का अर्थ होता है जो तेज आवाज में दहाड़ता हो.
कथाओं के मुताबिक रावण का असली नाम दशगीर्व था. 10 सर के कारण उसे दशानन के नाम से भी जाना जाता है.