देश में इस वक्त महाराजा रणजीत सिंह के सोने के सिंहासन को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है.

अब लोग जानना चाहते हैं कि क्या सच में भारत सरकार महाराजा रणजीत सिंह के सोने के सिंहासन वापिस ला पाएगी. जानें क्या है पूरा मामला 

दरअसल, आम आदमी पार्टी  के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने हाल ही में राज्यसभा में महाराजा रणजीत सिंह के शाही सिंहासन को वापस लाने की मांग उठाई.

उन्होंने राज्यसभा में कहा कि मैं एक ऐसे मुद्दे को उठा रहा हूं जिससे सिर्फ पंजाब ही नहीं पूरे देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं.

सोने की चादर से ढका यह सिंहासन फिलहाल लंदन के विक्टोरिया एंड एल्बर्ट (वी एंड ए) संग्रहालय में रखा है.

कौन है महाराजा रणजीत सिंह? महाराजा रणजीत सिंह का जन्म 13 नवंबर 1780 को पंजाब (पाकिस्तान) के गुजरांवाला में हुआ था. 

रणजीत ने महज 12 साल की उम्र में गद्दी संभाल ली थी और 18 साल की उम्र में उन्होंने लाहौर फतह किया था.

महाराजा रणजीत सिंह ने 40 साल तक शासन किया इस दौरान उन्होंने अंग्रेजों को अपने साम्राज्य में भटकने नहीं दिया.

आपको बता दें प्रसिद्ध सुनार हाफिज मुहम्मद मुल्तानी ने 1805 और 1810 के बीच रणजीत सिंह के लिए शानदार सिंहासन बनाया था.

यह यूरोपीयन फर्नीचर से बनाया गया था. जिसके ऊपर सोने की पड़त चढाई गई थी. इस पर सजावट भी कई गई है.