इन 3 देशों के लिए एक दूसरे से ही क्यों लड़ रहे अमेरिकी नेता? ये है वजह
कई महीनों की देरी के बाद अमेरिकी सीनेट में यूक्रेन, रूस और ताइवान की सहायता के लिए 95 बिलियन डॉलर का पैकेज पास हो गया है.
कुछ सांसदों ने यूक्रेन को दी जाने वाली मदद को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन मंगलवार को ये प्रस्ताव बहूमत वोटों से पारित हो गया है.
अमेरिका के अपर हाउस में 23 अप्रैल को 15 रिपब्लिकन और 3 डेमोक्रेट ने बिल के खिलाफ वोट किया,
जबकि 48 डेमोक्रेट और 31 रिपब्लिकन ने विधेयक के पक्ष में वोट डाला, जिसके बाद 79-18 से ये बिल पास हुआ.
इस बिल के पास होने के बाद सीनेट के लीडर चक स्कमर ने चिल्लाते हुए कहा, “फाइनली, फाइनली, फाइनली बिल पास हो गया.
आज रात व्लादिमीर पुतिन को उस दिन का पछतावा हो सकता है जब उन्होंने अमेरिकी संकल्प पर सवाल उठाया था.”
ये पूरा पैकेज 95 अरब डॉलर का है. इसमे सबसे बड़ा हिस्सा यूक्रेन को दिया गया है, इस पैकेज में से 61 अरब डॉलर यूक्रेन को दिए जाएंगे.
ये मदद यूद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन को कुछ ही दिनों में मिलने लगेगी. इसके अलावा इजराइल को 26 अरब डॉलर की मदद दी गई है,
जिसमें करीब 9 अरब डॉलर गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने के लिए दिए जाएंगे. साथ 8 अरब डॉलर इंडो-पैसेफिक रीजन को दिए जाएंगे.
बाइडेन ने इस बिल के पास होने के बाद इसकी सराहना की है. बाइडेन ने कहा, “ये बिल खास है और इससे अमेरिका और दुनिया पहले से ज्यादा सुरक्षित होगी.
हम अपने दोस्तों की मदद करने के लिए ये कर रहे हैं, जो हमास जैसे आतंकवादियों और पुतिन जैसे तानाशाहों से लड़ रहे हैं.
बतां दे की इस बिल पर बुद्धवार को जो बाइडेन साइन करेंगे जिसके बाद इस पैकेज को यूक्रेन, इजराइल और ताइवान जाने की हरी झंडी मिल जाएगी .