मकर संक्रांति पर क्यों पहने जाते हैं इन रंगों के कपड़े? वजह है खास
भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को मनाने की अपनी परंपरा और रीति-रिवाज है.
इस त्योहार को पंजाब में लोहड़ी, तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर खिचड़ी पर्व जैसे नामों से जाना जाता है.
शास्त्रों द्वारा कुछ रंगों को त्योहार के दिन पहनना बेहद शुभ माना गया है.
मकर संक्रांति के दिन इन रंगों के कपड़े पहनने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शनिदेव की कृपा भी बनी रहती है.
लाल रंग को हिंदू धर्म में शुभता का प्रतीक माना जाता है. लाल रंग पहनने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
पीला रंग देवगुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु से संबंधित है. ज्योतिष के अनुसार, गुरु ग्रह अध्यात्म और धर्म का कारक ग्रह है इसलिए मकर संक्रांति के दिन पीले रंग के कपड़े अवश्य पहनें.
हिंदू धर्म में केसरिया या ऑरेंज रंग बेहद शुभ माना जाता है. इन रंगों को पहनने से सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है इसलिए मकर संक्रांति के दिन आप ये रंग भी पहन सकते हैं.
मकर संक्रांति के दिन गुलाबी रंग पहनने से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी प्रसन्न होती हैं. कहा जाता है कि इस रंग को पहनने से जीवन में शांति और समृद्धि आती है.
हरा रंग गणपति भगवान को अतिप्रिय है और हरे रंग को पहनकर पूजा करने से शिवजी भी प्रसन्न होते हैं.