शपथ के बाद इस सांसद ने की मंत्री पद छोड़ने की बात, फिर किया खंडन
केरल से भाजपा के पहले सांसद सुरेश गोपी, जिन्होंने रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी, उनके मंत्री पद छोड़ने की संभावना है.
शपथ ग्रहण समारोह के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने मंत्री पद नहीं मांगा है और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही पद से मुक्त कर दिया जाएगा.
सुरेश गोपी ने कहा, 'मैंने कई फिल्में साइन की हैं और उन्हें करना है. मैं त्रिशूर के सांसद के तौर पर काम करूंगा.'
सुरेश गोपी ने त्रिशूर संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की और केरल से भाजपा के पहले सांसद के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया.
सुरेश ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) उम्मीदवार वी एस सुनीलकुमार को 74686 वोटों से हराया.
सुरेश गोपी ने कहा, 'मेरा मकसद सांसद के रूप में काम करना है. मैंने कुछ नहीं मांगा, मैंने कहा था कि मुझे इस पद की जरूरत नहीं है. मुझे लगता है कि मैं जल्द ही पद से मुक्त हो जाऊंगा.
वे यह जानते हैं और एक सांसद के रूप में मैं उनके लिए वास्तव में अच्छा कार्य करूंगा. मुझे किसी भी कीमत पर अपनी फिल्में करनी हैं.
सुरेश गोपी जिस त्रिशूर सीट से जीते हैं, पिछले चुनाव में वह कांग्रेस के खाते में चली गई थी.
सुरेश गोपी लोकसभा सांसद चुने जाने से पहले राज्यसभा सांसद भी रहे हैं.