भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज हो चुका है.
अक्सर फ़िल्मों में दिखाया जाता है कि समुद्री डाकुओं की एक आंख पट्टी बंधी होती है, लेकिन बहुत कम ही लोगों ने ऐसा सोचा होगा कि आख़िर समुद्री लुटेरे ऐसा करते क्यों हैं.
दरअसल इसके पीछे एक कारण होता है. जब आप अंधेरे से रोशनी में जाते हैं तो आपकी आंखों को एडजस्ट होने में ज़्यादा समय नहीं लगता,
लेकिन यदि आप रोशनी से अंधेरे में जाते हैं तो आपकी आंखें वहां एडजस्ट करने में 10 से 15 मिनट का समय ले लेती हैं.
दरअसल पाइरेट्स को अक्सर जहाज के ऊपरी और निचले तल पर जाना पड़ता है.
जहां ऊपरी तल पर धूप होती है तो वहीं निचले तल पर बहुत अंधेरा होता है.
ऐसे में आंखें दोनों जगह एडजस्ट हो जाएं इसलिए समुद्री लुटेरे एक आंख पर पट्टी बांध लेते हैं.
ऐसे में जैसे ही उनकी नाव अंधेरे में जाती है तब वो अपनी पट्टी को घुमाकर दूसरी आंख पर कर लेते हैं. जिससे वो अंधेरे में आसानी से देख सकते हैं.
हालांकि इसके पीछे कोई साइंटिफिक प्रूफ़ नहीं है, लेकिन ऐसा कहा जाता है. वहीं कई लोग आमतौर पर भी इस तरह की परेशानियों से जूझते हैं.
जिसके चलते उन्हें देखने में परेशानी होती है, वहीं समुद्री लुटेरे जल्दी से अपने काम को निपटाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं. उन्हीं में से एक आंखों पर पट्टी बांधना भी है.