सीलिंग पंखों को आप दशकों से इस्‍तेमाल कर रहे होंगे. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर इसमें तीन ब्लेड ही क्यों होते हैं. 

ऐसा नहीं है कि पूरी दुनिया में पंखों में केवल तीन ब्लेड होते हैं. विदेशों में खासकर यूरोप और अमेरिकी देशों में चार ब्लेड लगे होते हैं. 

आपको बता दें ज्‍यादातर देश ठंडे देशों में 4 ब्‍लेड वाले पंखे का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इसके पीछे सांइस काम करती है.

साइंस के हिसाब से अगर पंखे में तीन ब्लेड्स होते हैं तो वो तेज़ हवा फेंकता है. यही कारण है जिन देशों में ज्यादा तापमान होता है वहां के पंखों में 3 ब्लेड्स लगे होते है. 

भारत में कई लोगों के घर में AC नहीं होता है, और घर के कमरें भी छोटे होते हैं. ऐसे में, तीन ब्लेड्स वाले पंखे कमरें के कोनों तक में ठंडी हवा पहुंचा देते है, जिससे पूरे कमरे में हवा जाती है

वहीं विदेशों में 4 ब्‍लेड वाले पंखे होते हैं, क्‍योंकि ज्‍यादातर देश ठंडी जलवायु वाले हैं. यहां पंखे का इस्तेमाल वेंटिलेशन के तौर पर किया जाता है. 

ठंडी जलवायु वाले देशों में अध‍िक तेज हवा वाले पंखों की जरूरत नहीं पड़ती है इसलिए यहां 4 ब्‍लेड वाले पंखे लगाए जाते हैं. 

विज्ञान का कहना है कि, तेज हवा फेंकने के लिए तीन ब्‍लेड वाले पंखे को बेहतर माना जाता है क्‍योंकि ब्‍लेड की संख्‍या ज्‍यादा होने पर पंखे के मोटर पर दबाव पड़ता है. 

अगर आप सोचते हैं कि दुनिया में सिर्फ 3 और 4 ब्‍लेड वाले पंखे होते हैं तो ऐसा नहीं है. 4, 5 और 6 ब्‍लेड वाले पंखे भी होते हैं. इन्‍हें जरूरत के मुताबिक कमरे में लगवाया जा सकता है.