भारत की इस नदी में बहता है सोना, निकालने वाले हो रहे मालामाल!
भारत में कई नदियां अपने अंदर रहस्यों को संजोए हुए हैं, जहां एक ओर ये नदियां हमें भरपूर जल शुद्ध जल उपलब्ध करवाती हैं तो दूसरी ओर कई नदियों में नहाना पुण्य का काम माना जाता है.
लेकिन भारत में एक नदी ऐसी भी है जहां सोना बहता है.
ये नदी झारखंड में बहती है जो 474 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली है. इसे देखने लोग दूर-दूर से आते हैं.
ये नदी उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों से भी गुजरती है.
भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि ये नदी कई चट्टानों से होकर गुजरती है. इसी दौरान घर्षण के चलते सोने के कण पानी में घुल जाते होंगे और वो नदी के पानी के साथ बहने लगते हैं.
हालांकि धार्मिक रूप से इस नदी में सोना बहने का कारण वैज्ञानिक कारणों से बिल्कुल अलग है. महाभारत काल के अनुसार प्राकृतिक छटा के बीच हजारों सालों से मौजूद स्वर्णरेखा के उद्गम स्थल रानी चुंआ का अपना ही इतिहास है.
कहा जाता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान कुछ समय यहां गुजारा था. इस दौराना पांडवों की माता कुंती को प्यास लगी और उन्होंने अपने पुत्रों से जल लाने के लिए कहा.
लेकिन, वहां जल को कोई स्रोत नहीं मिला. इसके बाद माता कुंती ने पुत्र अर्जुन को आदेश दिया और फिर अर्जुन ने तीर मारकर भूगर्भ से पवित्र जल निकाला.
मान्यता है कि अर्जुन के चलाए तीर का वेग इतना तेज था कि इस निर्मल पवित्र जल के साथ छोटे-छोटे सोने के कण भी निकलने लगे.