भारतीय विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल के शुरूआती 6 महीने में 87 हजार भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी
विदेश मंत्री S जयशंकर ने एक लिखित जवाब में कहा- 2011 से लेकर अब तक साढ़े 17 लाख लोग भारतीय नागरिकता छोड़ चुके हैं
विदेश मंत्री S जयशंकर ने संसद में मानसून सत्र के दौरान बताया था- भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले सबसे ज्यादा लोग अमेरिका जाते हैं
सरकार का कहना है कि प्रवासी भारतीयों से बेहतर संबंध बना रहे हैं, काफी लोगों ने नागरिकता छोड़ी है, सबसे ज्यादा लोग अमेरिका गए हैं
जयशंकर ने कहा कि पिछले दो दशकों में बड़ी संख्या में भारतीय ग्लोबल वर्कप्लेस की तलाश करते रहे हैं
भारतीय नागरिकता छोड़कर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा इंग्लैंड जैसे देशों में जाने के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि भारत में 2 देशों की नागरिकता का प्रावधान नहीं है