मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2024 का रिजल्ट 4 जून को जारी किया गया था. रिजल्ट में 67 कैंडिडेट्स ने टॉप किया था.

अधिकतर स्टूडेंट्स को 100 प्रतिशत मार्क्स मिले जिसको लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. अब ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 

परीक्षो का आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( NTA) सवालों के घेरे में है. परीक्षा की न्यायिक जांच की मांग के लिए मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है. 

दरअसल  नीट यूजी एग्जाम के रिजल्ट पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि इस परीक्षा में बैठने वाले ज्यादा कैंडिडेट्स को 720 में से 720 मार्क्स मिले हैं. 

इसके अलावा ऐसे भी स्टूडेंट्स की संख्या बहुत अधिक है जिन्हें 718 और 719 नंबर्स मिले हैं. 

इस परीक्षा के बारे में अच्छी समझ रखने वाले एक्सपर्ट का यही मानना है कि इस एग्जाम में इतने स्टूडेंट्स का ऐसे नंबर्स लाना असंभव था. 

इस परीक्षा के खिलाफ दो याचिका हाई कोर्ट में और एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई. 

सुप्रीम कोर्ट ने रिजल्ट जारी करने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. इन याचिकाओं में पेपर को दोबारा कराने की बात कही गई है. 

बता दें कि 6 जून को यह बताया था कि जिन 67 स्टूडेंट्स ने नीट यूजी में टॉप किया है उनमें से 44 को बेसिक फिजिक्स में एक गलत सवाल के जवाब में ग्रेस मार्क्स देकर आगे बढ़ाया गया. 

नीट परीक्षा पर सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं क्योंकि इस साल 67 स्टूडेंट्स ने ऑल इंडिया नंबर 1 रैंक हासिल की है जबकि पिछले साल सिर्फ 2 टॉपर रहे थे.