दिल्ली की इस मीनार को क्यों कहते हैं 'चोर मीनार', जानिए दिलचस्प कहानी 

दिलवालों की दिल्ली पर कई शासकों ने राज किया है और अपने शासनकाल में कई इमारतों का निर्माण भी करवाया था. 

जिसमें से कई तो देश की धरोहर भी बन गई हैं. जिन्हें देखने के लिए रोजाना काफी पर्यटक दिल्ली आते हैं. 

हालांकि आज हम आपको दिल्ली की जिस मीनार की कहानी बताने वाले हैं. उसे चोर मीनार कहते हैं.

बेहद ही कम दिल्लीवालों को इस मीनार के बारे में पता है क्योंकि यहां के लोगों के लिए दिल्ली में बस एक ही मीनार है जिसे कुतुब मीनार कहते हैं.

आइए जानते हैं क्या है इस चोर मिनार का इतिहास और दिल्ली में कहां पर स्थित है ?

दिल्ली के हौज खास में बनी इस मीनार को अलाउद्दीन खिलजी ने बनवाया था.

कहा जाता है इस चोर मीनार को चोरों की सजा देने के लिए बनाया गया था.

इस मीनार की सबसे खास बात ये थी कि इसमें 225 सुराख किए गए थे. जिनमें चोरी के दोषियों को सजा दी जाती थी.

इन्हीं 225 सुराखों में उनके सिर काटकर लटका दिए जाते थे. जिससे वहां के लोगों में डर बना रहे और खिलजी के खिलाफ आवाज उठाने से पहले हजारों बार सोचना पड़े. 

इस वजह से दिल्ली की इस मीनार का नाम चोर मीनार हो गया. इसे टावर ऑफ बिहेडिंग भी कहा जाता है.