बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार (5 अगस्त) शाम 5:36 बजे दिल्ली के पास हिंडन एयरपोर्ट पर उतरीं.

इससे कुछ समय पहले ही देश में बढ़ते विरोध और हिंसा के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह अपनी बहन के साथ यहां पहुंची हैं.

सूत्रों का कहना है कि शेख हसीना लंदन जाने की तैयारी कर रही हैं. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ब्रिटेन की सरकार से शरण मांगी है.

बांग्लादेश में अशांति के बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है.

अब ऐसे में सवाल ये उठे रहे हैं छात्रों के प्रदर्शन से शुरू हुआ आंदोलन इतना कैसे बढ़ गया कि शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ना पड़ा? आइए जानते है वजह

आरक्षण को लेकर आंदोलन बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. ये प्रदर्शन देखते देखते हिंसक हो गया.

विपक्षी दलों का भारी विरोध बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरु हुए छात्र आंदोलन में विपक्षी दल भी फ्रंटफुट पर आ गए. विपक्ष ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध किया.

सेना ने नहीं दिया साथ बांग्लादेश में चल रहे प्रदर्शनों में सेना ने भी सरकार का साथ देने से मना कर दिया. हिंसक प्रदर्शनों में 3,000 लोगों की जान जा चुकी है. इसके बाद सेना ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने से मना कर दिया. 

हिंसा भड़काने में पाकिस्तान का हाथ बांग्लादेश में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान का भी हाथ है. बांग्लादेश की सिविल सोसायटी ने पाकिस्तान उच्चायोग पर कट्टरपंथी छात्र प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने का आरोप लगाया है.

बांग्लादेश की आर्थिक हालात खराब बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति वैसे ही खराब थी, वहीं इस आंदोलन से इसे और झटका लगा है. वहां तेजी से बेरोजगारी बढ़ रही है.