सिर्फ शादी वाले दिन नहाती हैं इस देश की महिलाएं, जानें ऐसा क्यों?

हिम्बा जनजाति की ये महिलाएं नामीबिया के क्वैनान प्रांत में रहती हैं. हिम्बा जनजाति के लोगों को ओवाहिम्बा या ओमुहिम्बा भी कहा जाता है.

इस जनजाति के लोगों से जुड़ी एक अनोखी और चौंकाने वाली बात यह है कि यहां की महिलाएं जीवन में सिर्फ एक बार नहाती हैं, वो भी सिर्फ अपनी शादी के दिन.

इन महिलाओं को पानी से नहाने की इजाजत बिल्कुल नहीं होती. यहां तक कि कपड़े धोने के लिए भी पानी का इस्तेमाल करने की यहां के लोगों को सख्त मनाही होती है.

अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों? दरअसल यहां के कठोर जलवायु परिस्थितियों के कारण ऐसे नियम बनाए गए हैं.

हिम्बा जनजाति लोग जहां रहते हैं, वहां पानी की बहुत कमी रहती है और तो और रेगिस्तान की कठोर जलवायु भी एक बड़ी परेशानी है.

यही वजह है कि यहां के लोग पानी का इस्तेमाल सिर्फ पीने के मकसद से करते हैं. हालांकि ऐसा भी नहीं है कि वे अपनी स्वच्छता में कमी रखते हैं.

पानी से न नहाने के बावजूद वे अपनी शरीर को तरोताजा और स्वच्छ रखते हैं. अपनी त्वचा को साफ रखने के लिए यहां की महिलाएं लाल गेरू का इस्तेमाल करती हैं.

हिम्बा जनजाति की महिलाएं नहाने के लिए पानी का इस्तेमाल करने के बजाय, खास तरह की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करती हैं.

वह इन जड़ी-बूटियों को जलाकर उनसे निकलने वाले धुएं से नहाती हैं. उनका मानना है कि जड़ी-बूटी के धुएं से नहाने से त्वचा पर जमा सारे बैक्टीरिया मर जाते हैं और शरीर भी स्वच्छ बना रहता है.