खूंखार आतंकवादी संगठन 'हमास' का चीफ इस्माइल हानियेह ईरान में दिन दहाड़े मार दिया गया, उसे मरवाने में 'मोसाद' का नाम आया है — आखिर ये 'मोसाद' क्या है?
मोसाद इजरायल की खुफिया एजेंसी है... यह टूथपेस्ट, टेलीफोन या गुलदस्ता की मदद लेकर भी देश के दुश्मनों का खात्मा करवा देती है
'मोसाद' (Mossad) इज़रायल की खुफिया एजेंसी है और इसे गुप्त ऑपरेशंस को अंजाम देने के मामले में दुनिया की टॉप खुफिया एजेंसी माना जाता है.
अगर मोसाद किसी ऑपरेशन की जिम्मेदारी अपने कंधे पर ले लें तो फिर उसका सफल होना तय है. इसकी स्थापना 13 दिसंबर 1949 को हुई थी.
मोसाद खास तौर पर टारगेटेड हत्या क्षमताओं के लिए जानी जाती है, जो अक्सर इजरायली सुरक्षा के लिए खतरा माने जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करती है.
मोसाद अक्सर ऑपरेशन चलाने के लिए झूठी या छद्म नाम वाली आईडी का इस्तेमाल करता है, जैसा दुनिया की सभी खुफिया एजेंसियां करती हैं.
'मोसाद' पर हाल ही में ईरानी एजेंट्स के ज़रिए फिलिस्तीनी संगठन हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की तेहरान (ईरान) में हत्या कराने का आरोप है.
आपको बता दें विस्फोटक डिवाइस को दो महीने पहले तेहरान के उस गेस्ट हाउस में छिपाकर रखा गया था, जहां हानिया ठहरने वाला था. इसके बाद हमास चीफ की मौत को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है.