वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन हर साल की तरह इस साल भी 13 अगस्त को मनाया जाएगा. 

इस मौके पर हम ऑर्गन डोनेशन को लेकर एक खास रिपोर्ट पेश करने जा रहे हैं.

देश में 1995 से लेकर 2021 तक 36, 640 ट्रांसप्लांट हुए थे. इनमें अंग लेने वाले 29,000 पुरुष थे, जबकि केवल 6,945 महिलाओं ने ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराया था.

नेशनल ऑर्गन एंड सेल्स ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (NOTTO) के अनुसार, भारत में अंग प्रत्यारोपण 2013 में 4,990 से बढ़कर 2022 में 16,041 हो गया है. 

इनमें से, मृतक दाताओं की संख्या जीवित दाताओं की संख्या से थोड़ी भी नहीं है और इन जीवित अंग दाताओं में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है.

पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज़्यादा अंगदान क्यों करती हैं? आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण 

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि महिलाएं सिर्फ अपने पति ही नहीं बल्कि बच्चे और भाई बहनों को भी अंगदान करती है. महिलाओं के अंगदान करने की वजह आर्थिक नुकसान से बचना होता है. 

महिलाओं को लगता है कि अगर अंगदान करेंगे तो पुरुषों को घर पर बैठना पड़ सकता है. ऐसे में आर्थिक नुकसान होने का रिस्क रहता है. इसलिए महिलाएं अंगदान करती हैं. 

अगर परिवार में किसी बच्चे को अंगदान करना है तो उसमें भी महिलाएं ही आगे आती हैं.