इजराइल से जंग के बीच ईरान सोशल मीडिया पर यह चर्चा चलने लगी कि वर्ल्ड वॉर 3 (World War 3) शुरू होने वाला है.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरा विश्व युद्ध दुनिया के दो ताकतवर देशों की जंग से शुरू होगी. 

पिछले दो वर्षों में रूस-यूक्रेन, इजरायल-फिलिस्तीन, इजरायल-हिजबुल्लाह, चीन-ताइवान, अजरबैजान-आर्मेनिया में जंग हुई. रूस-यूक्रेन का युद्ध अब भी जारी है. 

जिस दिन चीन ताइवान पर पूरी तरह से हमला करेगा. तब इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा. अमेरिका ताइवान की मदद के लिए आएगा. उसके साथ नाटो देश आएंगे. 

तब चीन अपने मित्र देशों यानी उत्तर कोरिया, रूस, पाकिस्तान और अन्य इस्लामिक देशों के साथ मिलकर नाटो सेना से जंग लड़ेगा. 

यूरोप और चीन में प्रॉक्सी वॉर (Proxy War) चल रहा है. ये जंग व्यापारिक और तकनीकी प्रतिबंधों के सहारे लड़ी जा रही है. अमेरिका भी इसमें यूरोपीय देशों की मदद कर रहा है. 

उधर चीन अपनी सेना को लगातार नए हथियार दे रहा है. उनके प्रशिक्षण करवा रहा है. मिसाइलों के ट्रायल कर रहा है. नए रणनीतिक ढांचे तैयार किए जा रहे हैं. 

चीन लगातार फाइनेंसियल मार्केट मूवमेंट कर रहा है. डेटा पॉलिसी में बदलाव ला रहा है. जानबूझकर ऑफशोर डॉलर बॉन्ड्स में डिफॉल्ट कर रहा है. 

अमेरिकी कॉन्सुलेट पर कॉर्पोरेट रेड्स डलवा रहा है. ऊर्जा, खाद्यान्न और सोने के सहारे युद्ध में मदद ले रहा है. 

इसलिए रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरा विश्व युद्ध अमेरिका और चीन के बीच शुरू हुई जंग के बाद होगा.