अपने ही फेंके जाल में फंस गया ड्रैगन, चीन की हालत खराब!

दुनिया एक इकलौता देश चीन है, जिसका स्लोगन था- एक ही बच्चा काफी है.

ये रूल इतना सख्त था कि किसी परिवार में अगर एक से ज्यादा बच्चे हो गए तो उसपर कानूनी करवाई की जाती है.

फिर इसके बाद चीन की आबादी घटने लगी तो लोगों को कह दिया ज्यादा बच्चे पैदा करो. बकायदा टू चाइल्ड पॉलिसी भी बना दी.

इससे कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ा तो साल 2021 में कपल्स को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति भी दे दी  

लोगों को स्पोर्ट करने के लिए थोड़ा बहुत खर्च भी उठाने की जिम्मेदारी ले ली. पर अब चीन अपने ही जाल में फंस गया है.

नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक 2023 में चीन में सिर्फ 90.2 लाख बच्चे पैदा हुए, जो 2017 से आधे हैं.

2023 में देश में 2022 के मुकाबले लगभग पांच लाख मौतें ज्यादा हुईं. यानी 2023 में कुल आबादी में 20.8 लाख की कमी हुई.

2022 में यह गिरावट सिर्फ आठ लाख 50 हजार थी. 1959-61 के अकाल के बाद यह पहली बार है जब चीन में लगातार दो साल तक आबादी में कमी हुई हो.

विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि ऐसा होना जारी रह सकता है. शंघाई अकैडमी ऑफ सोशल साइंसेज ने सबसे पहले कहा था कि 2022 में चीन की आबादी घटेगी.

अब उसका कहना है कि 1.4 अरब की आबादी सदी के आखिर तक घटकर 52.5 करोड़ रह सकती है.