दुनिया भर के करीब एक दर्जन देशों में मौजूद करीब 7000 'जॉम्बीज' कंपनियों में कम से कम 1.30 करोड़ एंप्लॉयीज की नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि इनके बंद होने की नौबत दिख रही है.

इसका खुलासा एक एनालिसिस में खुलासा हुआ है कि कई लिस्टेड कंपनियों पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ रहा है. 

यह बोझ इतना अधिक है कि वे अपने लोन का ब्याज भी भर पाने की स्थिति में नहीं हैं. अधिक बोझ वाली कंपनियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. यह एनालिसिस एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने किया है.

इसमें पाया गया कि इस प्रकार के कंपनियों की संख्या दुनिया भर में करीब 7 हजार हो गई हैं और इसमें से करीब 2 हजार तो अमेरिका में हैं

डराने वाली बात ये है कि इसमें से अरबों डॉलर के चुकाने की ड्यू डेट नजदीक आ रही है और ये 'Zombies Companies' चुकाने की स्थिति में नहीं है.

Zombies Companies  क्या है? जॉम्बीज का मतलब ऐसी कंपनियों से है जो पिछले तीन साल से अपने कारोबार से इतना पर्याप्त पैसा नहीं बना पा रही हैं कि वे अपने लोन का ब्याज चुका सकें.

इनकी संख्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि जब कुछ वर्षों तक ब्याज दरें काफी कम थीं तो उन्होंने सस्ते में खूब कर्ज ले लिया लेकिन फिर महंगाई की मार ने उनके कर्ज की लागत को दस साल के हाई पर पहुंचा दिया. 

कई जॉम्बीज के पैस कैश रिजर्व नहीं है और चूंकि उनके कई लोन पर ब्याज फिक्स है नहीं तो बढ़ती हुई दरें उन्हें परेशान कर रही हैं.

जॉम्बीज की संख्या जितनी तेजी से बढ़ रही है, उससे एक खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है कि अगर इन्होंने दिवालिया होने के लिए याचिका दायर कर दिया तो हाहाकार मच जाएगा. 

ऐसा इसलिए क्योंकि एपी के एनालिसिस के मुताबिक करीब एक दर्जन देशों में मौजूद इन कंपनियों में कम से कम 1.30 करोड़ एंप्लॉयीज हैं.