टाइटैनिक को समंदर में समाए 100 साल से ज़्यादा वक्त बीता, अब उसकी रेलिंग किस हाल में है?
आपने भी टाइटैनिक शिप के बारे में सुना होगा, 112 साल पहले यह शिप एक महासागर में डूब गया था
इन दिनों टाइटैनिक की मशहूर रेलिंग चर्चा में है, एक नए खोज अभियान ने रेलिंग वाले हिस्से में धीमी गति से होने वाले बदलाव को उजागर किया है.
खोज अभियान से जुड़ी कंपनी आरएमएस टाइटैनिक में डायरेक्टर टॉमासीना रे ने समुद्र की तह में समाए टाइटैनिक की रेलिंग के बारे में बताया
टॉमासीना रे के मुताबिक़, टाइटैनिक की रेलिंग का बड़ा हिस्सा अब नष्ट हो गया है. वो रेलिंग ही ऐसी चीज थी, जिसे देखते ही टाइटैनिक के मलबे को तुरंत पहचाना जा सकता था.
टाइटैनिक की वो रेलिंग जहाज का अगला हिस्सा थी, जो अटलांटिक महासागर की गहराई में जाने वाले खोजकर्ताओं को कुछ उपकरणों से नजर आती थी
टाइटैनिक एक ब्रिटिश शिप था, जो 15 अप्रैल, 1912 को उत्तरी अटलांटिक महासागर में डूब गया था.
टाइटैनिक जहाज़ साउथम्पटन से न्यूयॉर्क के लिए अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुआ था. 14 अप्रैल 1912 की रात लगभग 11:40 बजे टाइटैनिक एक विशाल बर्फ़ के चट्टान से टकराया था
समुद्र में हिमखंड से टकराने पर टाइटैनिक चार घंटे के अंदर ही डूब गया, उस हादसे में 1,517 लोगों की मौत हो गई थी.
बहरहाल, समुद्र में काफी गहराई में पड़े टाइटैनिक जहाज के मलबे में बहुत से बदलावों को नोटिस किया गया है. उसकी रेलिंग का 14.7 फीट लंबा हिस्सा पिछले दो सालों में झड़कर गिर गया है.