Mossad ही नहीं, इन खुफिया एजेंसियों से भी खौफ खाते हैं बड़े-बड़े देश— जानें भारत की रॉ किस नंबर पर

इन दिनों मोसाद का नाम आपने खूब सुना होगा... ये इजरायली खुफिया एजेंसी है, जो अपने मुश्किल से मुश्किल मिशनों को अंजाम देने के लिए दुनिया में जानी जाती है.

मोसाद का नाम इन दिनों लेबनान में हुए हजारों पेजर ब्लास्ट के कारण लोगों की जुबान पर है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि अलग-अलग तरीके से वहां विस्फोट करके उसने हिजबुल्लाह की कमर तोड़ दी है

हालांकि, मोसाद के अलावा दुनिया में कई और खुफिया एजेंसियां ऐसी हैं, जिन्होंने अपने काम को सटीकता से अंजाम देकर तहलका मचा दिया

यहां हम आपको उन ऐसी खुफिया एजेंसियों के बारे में बताएंगे, जिनके कारनामों की अक्सर वैश्विक स्तर पर चर्चा होती है

CIA — अमेरिका की सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) को दुनिया में सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी माना जाता है. इसे दुनिया की किसी भी अन्य खुफिया एजेंसी से ज्यादा फंड मिलता है. कहा जाता है कि CIA एजेंट दुनिया के हर देश में ​मौजूद हैं.

R&aW — यह भारत की खुफिया एजेंसी है, जिसका फुलफॉर्म है— रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ). इसने देश के बाहर कई खुफिया ऑपरेशनों को अंजाम दिया है. इसकी स्थापना RN काव ने 1968 में की थी.

MI 6 — यह यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) की खुफिया एजेंसी है. इसका हेडक्वार्टर लंदन में है. ये भी गुप्त सूचनाएं जुटाने और कोवर्ट ऑपरेशन चलाने में माहिर है. ये 1906 में स्थापित की गई थी.

ISI — यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी है. यह अपने आतंकी नेटवर्क चलाने के लिए दुनियाभर में कुख्यात है. हथियारों से लेकर ड्रग्स की सौदेबाजी में भी इसका नाम आता है.

MSS China - चीन की खुफिया एजेंसी को मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी कहा जाता है. ये 1 जुलाई 1983 में स्थापित हुई थी. चाइनीज स्पाइ दुनिया में जासूसी के लिए जाने जाते हैं.

FIS — यह रूस की खुफिया एजेंसी है, जो देश के बाहर ऑपरेट करती है. इसका पूरा नाम फॉरेन इंटेलीजेंस सर्विस है. इसकी स्थापना KGB की जगह पर की गई थी.