विशाल सिंह
Gonda: यूपी अधीनस्थ चयन सेवा आयोग (UPSSC) की गोंडा में 27 जून को होने वाली परीक्षा में गूगल मैप के चक्कर में कुछ विद्यार्थियों की परीक्षा छूट गई, जिससे उनके साथ ही उनका परिवार भी दिन भर परेशान रहा. जानकारी सामने आ रही है कि परीक्षा के लिए जिले में 23 केंद्र बनाए गए थे. शाम को दूसरी पाली की परीक्षा में मिलते – जुलते दो परीक्षा केंद्रों की वजह से कई छात्रों की परीक्षा छूट गई. इसको लेकर छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर बड़ा आरोप लगाया है. छात्रों ने कहा कि पांच साल बाद उनको मौका मिला और वो भी उनसे छीन लिया गया. इसमें सरकार की कोई गलती नहीं, गलती पूरी कॉलेज प्रबंधन की है.
बता दें कि गोंडा में 27 जून को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की दूसरे दिन परीक्षा थी. मिलते जुलते नाम के 2 परीक्षा केंद्र होने की वजह से कई छात्र भटक गए, जिससे उन्हें परीक्षा से वंचित होना पड़ा. दरअसल गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज रेलवे कॉलोनी और शहर स्थित गांधी विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के चक्कर में छात्र इस तरह फंसे कि उनके हाथ से परीक्षा में बैठने का एक मौका ही निकल गया. हालांकि दोनों विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. तो वहीं प्रदेश के तमाम जिलों से यहां पहुंचे छात्र जब समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच सके तो उनके चेहरे पर मायूसी साफ दिखी.
ये भी पढ़ें- UP News: दशकों बाद रोशन हुआ 70 साल की बुजुर्ग नूरजहां का आशियाना, महिला IPS की कोशिशों से घर आई बिजली
अयोध्या से परीक्षा देने आए छात्र अजय कुमार ने बताया कि हम परीक्षा केंद्र पर 2 बजकर 36 मिनट पर पहुंच गए. तब तक यहां गेट पर ताला लगा दिया गया था. हम लोगों को जो एडमिट कार्ड मिला है उसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि परीक्षा 3 से 5 बजे तक होगी. हम यहां 2 बजकर 36 मिनट पर पहुंच गए. यहां पर हम 24 मिनट परीक्षा होने से पहले पहुंच गए लेकिन तब तक गेट बंद कर दिया गया. हम लोगों के काफी निवेदन के बाद गेट खोला गया, तो कालेज प्रबंधन ने पुलिस वालों से कहा कि इन लोगों को यहां से मारकर भगा दो. परीक्षार्थियों का कहना था कि हम लोग इतनी दूर से चलकर आए हैं. शहर में जगह – जगह जाम लगा हुआ था, जिसकी वजह से परीक्षा केंद्र पहुंचने में 2 से 4 मिनट लेट हो गया. छात्रों ने पुलिस पर भी बड़ा आरोप लगाया और कहा कि पुलिस जाम तो नहीं हटवा पाती है, लेकिन छात्रों को धक्का मारने के लिए तत्पर रहती है.
अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की परीक्षा देने आए छात्रों का कहना है कि हम लोगों ने पूरी तैयारी के साथ वर्ष 2018 में यह परीक्षा दी थी. किसी कारणवश सरकार ने परीक्षा को रद्द कर दिया. 5 वर्षों तक हम लोग दोबारा परीक्षा होने का इंतजार करते रहे. आज जब परीक्षा संपन्न कराई गई और हम लोग जाम की वजह से 5 मिनट लेट हो गए तो कॉलेज प्रबंधन ने हम लोगों को प्रवेश नहीं दिया. वही अयोध्या से आई छात्रा नूतन पांडे ने बताया कि हम लोग अयोध्या से परीक्षा देने आए हैं. 2 बजकर 40 मिनट पर परीक्षा केंद्र पहुंच गए. हम लोगों को परीक्षा देने नहीं दिया गया. एक सवाल के जवाब में उसने कहा कि हम लोगों ने पीसीएस की भी परीक्षा दी है. वहां पर परीक्षा के कुछ मिनटों पूर्व तक प्रवेश लिया गया. यहां पर 20 मिनट परीक्षा शुरू होने से पहले पहुंचने के बाद भी हम लोगों को परीक्षा से वंचित कर दिया गया. छात्रा ने आरोप लगाया कि यहां पर सरकार की कोई गलती नहीं है. यहां पूरी गलती कालेज प्रबंधन की है. इन लोगों ने जानबूझकर नियमों का हवाला देते हुए हम लोगों को परीक्षा से वंचित कर दिया.
-भारत एक्सप्रेस
दिल्ली हाईकोर्ट अतिक्रमण के मामले में सुनवाई के दौरान रेवड़ी संस्कृति पर कड़ी टिप्पणी की.…
राऊज एवेन्यु कोर्ट ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री…
आज महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही कई राज्यों में हुए…
राष्ट्रधर्म, राजधर्म एवं सनातन धर्म के शिखर पुरूष, उप्र की प्रगति और समृद्धि के सूत्रधार,…
झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है. यहां पहले चरण में 13 नवंबर को…
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गये हैं. यहां की 288 सीटों पर एक चरण…