अनंतनाग में कल एक आतंकवादी हमले में उधमपुर निवासी की मौत की निंदा करने के लिए मंगलवार को अनंतनाग और पुलवामा के जुड़वां दक्षिण कश्मीर जिलों में कैंडल-लाइट मार्च निकाला गया. जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार कि शाम को दीपू शर्मा की हत्या के विरोध में बैनर और मोमबत्तियां लेकर अनंतनाग और पुलवामा में प्रमुख स्थानों पर बड़ी संख्या में नागरिक समाज के सदस्य एकत्र हुए. स्थानीय नागरिकों ने मांग की हमलावरों को एक विशेष समुदाय और बड़े पैमाने पर मानवता के खिलाफ इस अक्षम्य अपराध के लिए सख्ती से निपटा जाए.
पुलिस ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक मनोरंजन पार्क में सर्कस में काम करने वाले शर्मा की कल रात आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. घटना की जानकारी मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की कि नागरिकों की सुरक्षा की जाए. आएदिन मासूम लोगों की हत्याएं हो रही हैं. लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं.
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इस साल नागरिकों की हत्या का दूसरा मामला
इस साल जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा आम नागरिकों को निशाना बनाने का यह पहला मामला नहीं है. फरवरी में आतंकियों ने पुलवामा में एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी थी. मृतक संजय शर्मा अपने गांव में गार्ड का काम करते थे। सुबह के वक्त वह ड्यूटी से लौट रहे थे. तभी आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी और उनकी मौत हो गई.
पूर्व CM महबूबा मुफ्ती ने घटना की निंदा की
जम्मू-कश्मीर की पूर्व CM महबूबा मुफ्ती ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा, अनंतनाग में एक निर्दोष नागरिक पर एक और हमले से गहरा दुख हुआ. दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ मेरी संवेदना हैं. यह भारत सरकार की नीति के बारे में बहुत कुछ बताता है जो जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी विफलता रही है.
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