Tea Lovers: चाय के शौकीनों के लिए सुबह उठते ही चाय चाहिए होती है, फिर चाहे गर्मी हो या सर्दी. हालांकि बारिश और सर्दी के मौसम में चाय का मजा ही कुछ और है. भारत सहित दुनियाभर में लोग चाय के बेहद शौकीन हैं.
फिलहाल भारत में तो अमूमन लोग दूध वाली चाय ही पसंद करते हैं और अधिकतर यही प्रचलन में भी है लेकिन सेहत के प्रति सतर्क रहने वाले लोग अब ब्लैक टी, लेमन टी, ग्रीन टी का इस्तेमाल करने लगे. तो वहीं दुनिया के कुछ हिस्सों में बिल्कुल ही अजीबोगरीब चाय का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिनका नाम सुनकर आप हैरान हो जाएंगे, क्योंकि कहीं टमाटर तो कहीं गोबर और याक के दूध की चाय बनाई जा रही है और लोग लुत्फ उठाकर उसे पी रहे हैं.
तिब्बत और नेपाल के पहाड़ी इलाकों में फर्मेंटेड याक मक्खन की चाय का लुत्फ उठाते हुए लोग देखे जा सकते हैं. इस अनोखी चाय को बनाने के लिए नमक के साथ ही याक के दूध से बने मक्खन और चाय की पत्तियों को एक साथ ठीक उसी तरह से मथा जाता है, जैसे भारत के तमाम घरों में मथानी से मक्खन मथकर घी निकाला जाता है. इस तरह से एक मलाईदार मिश्रण तैयार होता है. माना जाता है कि याक के मक्खन की ये चाय पहाड़ी इलाकों की भीषण ठंड में शरीर को गर्मी पहुंचाती है. इस पारंपरिक पेय को ‘पो चा’ या ‘बटर टी’ के नाम से भी जाना जाता है.
ये तो सभी जानते हैं कि भारत में जहां दो दोस्त मिले नहीं कि तुरंत चाय की बात सामने आती है. यहां तक कि जब लोगों को अपने घर बुलाना होता है तो लोग यही कहते हैं कि “कभी आइए चाय पर…” इस तरह से कह सकते हैं कि भारत में चाय को किस पेय पदार्थ से ज्यादा एक भावना के रूप में देखा जाता है. हालांकि यहां दूध की चाय का प्रचलन अधिक है लेकिन अब लोग ग्रीन टी आदि का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. तो वहीं अरुणाचल प्रदेश एक ऐसी चाय है जिसे पांगा गोबर चाय (Panga Gobar Tea) कहा जाता है. इसको बनाने के लिए चाय की पत्तियों को पानी और भैंस के गोबर को एक साथ पकाया जाता है.माना जाता है कि इस चाय में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसे काफी लोग पसंद करते हैं.
ये तो सभी जानते हैं कि टमाटर का इस्तेमाल सब्जी बनाने में किया जाता है और इसकी चटनी भी खाई जाती है और सूप भी बनाया जाता है लेकिन इसकी चाय अगर कहीं बनती है तो वो है मोरक्को. यहां पर पुदीने के साथ मिलाकर टमाटर की खट्टी-मीठी चाय बनाई जाती है, जिसे लोग पीते ही ताजगी से भर जाते हैं.
इंडोनेशिया के लोग एक बिल्कुल अजीब तरह की चाय पीते हैं. इसे ‘बग-पूप टी’, ‘कोपी-लूवक’ और ‘सिविट-कॉफी’ भी कहते हैं. इस चाय को बिल्लियों की एक प्रजाति सिविट के मल से तैयार किया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बिल्ली कॉफी बीन्स को खाती है और मलत्याग के बाद इन बीन्स को जमा करके पहले सुखाया जाता है और फिर पीस कर इसे कॉफी के रूप में तैयार कर लिया जाता है. हालांकि लोग इसे चाय की तरह बनाकर पीते हैं. ये काफी महंगी और दुर्लभ चाय मानी जाती है.
-भारत एक्सप्रेस
भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की अपनी दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा समाप्त की, जिसे कुवैत…
वाल्टर जे. लिंडनर के अनुसार, भारत ने अपनी 'सॉफ्ट पावर' से एक अधिक आक्रामक विदेश…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुंभ को हर बार के कुंभ…
ट्रांसफर आदेश में कहा गया है कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को स्थानांतरित किया…
लीडिंग कंसल्टिंग फर्म मेरसर (Mercer) द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी किए गए कॉस्ट ऑफ…