Adani Wilmar: अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी विल्मर द्वारा संचालित अडानी फाउंडेशन समाज के कई वर्गों के लिए काम करती है. फाउंडेशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में साल 2017 से एक विशेष अभियान चला रहा है. जिसके तहत जिले के 97 मलिन बस्तियों को चिन्हित किया गया है. इन बस्तियों में अति गंभीर कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग (खोज करके) की जाती है. फिर उन्हें पांण्डेयपुर स्थित पंडित दीन दयाल अस्पताल में भर्ती कराया जाता है.
अडानी फाउंडेशन के सुपोषण योजना के जरिए कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके परिजनों के साथ बातचीत की जाती है. उसके बाद बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जाता है. जहां करीब 15 से 21 दिनों तक इलाज किया जाता है. इलाज के बाद जब बच्चे ठीक हो जाते हैं, तब उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाता है.
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जब बच्चे अस्पताल से छुट्टी पाकर घर जाने लगते हैं, तो उन्हें अडानी फाउंडेशन की ओर वॉश किट दिया जाता है. जिसमें बाल्टी, मग, पानी छानने का छलनी, साबुन कपड़े धुलने और स्नान हेतु, पानी निकालने हेतु लंबे डंडेदार बर्तन, नेल कटर, नारियल तेल और हाथ पोछने हेतु साफ सूती तौलिया इत्यादि दिया जाता है. इसके साथ ही इस्तेमाल करने का तरीका भी सिखाया जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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