उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से निवर्तमान भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कहा है कि कोई कहे न कहे आप हमारा ही खून हो. लोकसभा चुनाव के बीच उन्होंने यह बयान कैसरगंज में हुए अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम के दौरान दिया.
कार्यक्रम के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘कोई कहे या न कहे, हम कहते हैं, आप हमारा ही खून हो. अगर डीएनए टेस्ट कराया जाएगा तो पांच पीढ़ी पहले आप हमारा ही खून हो. हम सब बातों पर नहीं जाना चाहते, इसलिए आपसे विनती है, आपके लिए हम बदनाम हैं और आप हमारे लिए बदनाम हैं. इसलिए बो (बोना) तो पक्ष में बो, नहीं तो न बो. कम से कम फायदा न करो तो नुकसान भी न करो.’
वे आगे कहते हैं, ‘इन्हीं शब्दों के साथ पुन: आप सब लोग हमारी मंशा को समझ गए होंगे. मैं आपका एहसानमंद हूं, एहसानमंद रहूंगा. हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहूंगा. वो लोग न आए हैं और न आएंगे. हमारा आपका मिलना बढ़ेगा, आपसी भाईचारा बढ़ेगा.’
मीडिया में आई खबरों के अनुसार, 26 साल के इतिहास में यह पहली बार है, जब बृजभूषण सिंह चुनाव मैदान में नहीं हैं. 1991 में पहली बार गोंडा से भाजपा के टिकट पर उन्होंने चुनावी ताल ठोकी थी और जीत भी दर्ज की थी.
बृजभूषण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह इस बार कैसरगंज सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरने के बाद भाजपा ने उनके बेटे पर भरोसा जताया है.
जनवरी 2023 में महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन शुरू किया था.
मामले की जांच के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय के आश्वासन मिलने पर पहलवानों ने कई हफ्तों के बाद अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया था. साथ ही सरकार ने मामले की जांच के लिए ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन किया था.
इस दौरान बृजभूषण को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों हटा दिया गया था. हालांकि इस दिशा में कोई कार्रवाई आगे बढ़ती न देखकर 23 अप्रैल 2023 को बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत अन्य पहलवानों ने अपना प्रदर्शन दोबारा शुरू कर दिया था.
इसके बाद जून 2023 में पहलवानों ने अपना विरोध खत्म करते हुए घोषणा की थी कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई अब सड़क पर नहीं, अदालत में लड़ी जाएगी. 10 मई 2024 को बृजभूषण शरण सिंह को बड़ा झटका देते हुए दिल्ली की एक अदालत ने महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों में उनके खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया था. अदालत ने कहा था कि ऐसा करने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सबूत हैं, जिससे उनके खिलाफ मुकदमा शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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